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कुरान की घटनाओं का भूगोल / 1

आदम और हव्वा का स्वर्ग कहाँ था?

14:56 - November 09, 2023
समाचार आईडी: 3480112
तेहरान (IQNA): आदम या एडम (अलैहिस्सलाम) पहले नबी हैं जिन्हें अल्लाह ने स्वयं बनाया और जन्नत में रखा। हज़रत आदम की तर्के अवला वाली नाफरमानी के बाद, भगवान ने उन्हें उस स्वर्ग से बाहर निकाल दिया और पृथ्वी पर भेज दिया। इस संबंध में जो प्रश्न उठा है और शोधकर्ताओं और टिप्पणीकारों के मन में छाया हुआ है, वह यह है कि यह स्वर्ग कहां था और इसकी विशेषताएं क्या थीं?

وَقُلْنَا يَا آدَمُ اسْكُنْ أَنْتَ وَزَوْجُكَ الْجَنَّةَ وَكُلَا مِنْهَا رَغَدًا حَيْثُ شِئْتُمَا وَلَا تَقْرَبَا هَذِهِ الشَّجَرَةَ فَتَكُونَا مِنَ الظَّالِمِينَ (अल-बक़रा: 35)

और हमने कहा: "हे आदम! आप अपनी पत्नी के साथ जन्नत में रहें; और जहाँ चाहें वहाँ से उसकी (नेमत) बरतो; (लेकिन) इस पेड़ के पास मत जाना; कि तुम अत्याचारी हो जाओगे।

 

जिस स्वर्ग में आदम और उनकी पत्नी रहते थे उसके बारे में टिप्पणीकारों और शोधकर्ताओं की एक राय नहीं है: कुछ टिप्पणीकार इस स्वर्ग को शाश्वत और हमेशा वाली जन्नत मानते हैं। दूसरों ने कहा है कि यह स्वर्ग पृथ्वी पर ही था।

जो लोग यह कहते थे कि यह स्वर्ग धरती पर है, उनका तर्क यह है कि अल्लाह ने जिस स्वर्ग को हमेशा के लिए और शाश्वत स्वर्ग के रूप में बनाया है, शैतान को उसमें प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। जबकि अल्लाह ने कुरान में आदम और शैतान के बीच की बातचीत को स्पष्ट रूप से जिक्र किया है और शैतान को यह कहते हुए उद्धृत किया है: « قَالَ يَا آدَمُ هَلْ أَدُلُّكَ عَلَى شَجَرَةِ الْخُلْدِ وَمُلْكٍ لَا يَبْلَى ؛ ? 

शैतान ने कहाः हे आदम! क्या आप चाहते हैं कि मैं आपको हमेशा रहने वाले जीवन के पेड़ और ना ख़त्म होने वाली संपत्ति के बारे में बताऊं?" (ताहा: 120)।

 

इस के अलावा, जन्नत में प्रवेश और इसमें रहना हमेशा के लिए होता है। इमाम सादिक (अ.स.) की एक रिवायत के अनुसार, हज़रत आदम का स्वर्ग दुनिया के बागों में से एक था, जिस पर सूरज और चंद्रमा चमकते थे, और यदि यह आख़ेरत वाली जन्नत (अनन्त स्वर्ग) से होता, तो उन्हें कभी भी बाहर नहीं निकाला जाता।

 

अब सवाल यह उठता है कि आदम का स्वर्ग धरती के किस हिस्से में था? टोरा यानी तौरैत के अनुसार, स्वर्ग में जहां आदम थे, वहां एक नदी थी जो इसे पीने योग्य बनाती थी और इसे चार धाराओं (नदियों) में विभाजित किया गया था।

टोरा के दृष्टिकोण से हटकर, इस मामले पर कई अन्य विचार भी हैं:

 

1. आदम का स्वर्ग बैतुलमुक़द्दस की भूमि थी। और यह बात इस सूरह में इस्राएलियों को पवित्र भूमि में रहने के आदेश के रूप में ऊपर वाली आयत की व्याख्या के साथ मेल खाता है। क्योंकि जब बनी इसराइल इस भूमि में दाखिल हुए, तो कुरान की गवाही के अनुसार, भगवान ने उन्हें आदेश दिया कि नेमतों में से जो कुछ भी वे चाहते थे, खाएं (बकराह: 58)।

 

कुद्स या जेरूसलम हेब्रोन यानी अलख़लील पर्वत की तलहटी में बसा एक शहर है और दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है। यह शहर इब्राहीम धर्मों यहूदियत, ईसाइयत और इस्लाम के लिए पवित्र है। फ़िलिस्तीन और ज़ायोनी शासन दोनों ही इस शहर को अपनी राजधानी मानते हैं।

2. इस बयान के आधार पर, अदन का स्वर्ग, एडम का निवास स्थान था। कुछ शोधकर्ताओं की राय के अनुसार, यह Mesopotamia यानी बैनन्नेहरैन (दो नदियों के बीच) के उत्तर में, अनु और हिट शहरों के बीच फ़ुरात मैदान में स्थित था, और कुछ शोधकर्ता इसे दजला और फ़ुरात के वर्तमान मिलन स्थल पर मानते हैं। यह उर और ओरिड शहर के बीच में और फारस की खाड़ी के करीब‌ है।

 

बैनन्नेहरैन (दो नदियों के बीच) दरअसल एक ऐतिहासिक क्षेत्र का नाम है जो टाइग्रिस यानी दजला और यूफ्रेट्स यानी फ़ुरात नाम की दो नदियों के बीच स्थित है और इसकी सीमाएँ आज इराक, सीरिया, तुर्की, ईरान और कुवैत देशों में हैं।

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