तेहरान (IQNA) सामाजिक व्यवस्था के बारे में इस्लाम जो प्रस्ताव देता है वह दूसरों द्वारा बताई गई व्यवस्था से परे है। इस्लाम की दृष्टि से सामाजिक व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए कि उसकी छाया में व्यक्तिगत अधिकारों, स्वतंत्रता तथा सामाजिक न्याय को कोई हानि न पहुँचे। समाज को भी लोगों को लौकिक एवं पारलौकिक सुख प्राप्त करने के लिए मंच प्रदान करना चाहिए। ऐसे समाज को सख्त नियमों की जरूरत है.
14:59 , 2024 May 13